
भारतीय राजनीति में जाति पर जंग होना बहुत आम बात है, मगर इस बार हमारे देश के नेताओं ने इस जाति के युद्ध में पवनसुत हनुमान को भी खींच लिया. हनुमान जी को पहले दलित बताया गया फिर एससी एसटी आयोग के अध्यक्ष ने उन्हें आदिवासी वनवासी का सर्टिफिकेट थमा दिया. अब बजरंगबली पर मची है सियासी खलबली.
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