मुस्लिम छात्र ने पूछा- कितना पढ़े हो, केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने दिया जवाब- पहले तुम्हें तुम्हारे देश भेजेंगे January 05, 2020 Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps पश्चिम बंगाल के बीरभूम के रहने वाले छात्र मुस्ताफिजुर रहमान ने बाबुल सुप्रियो की पोस्ट पर कमेंट किया. रहमान ने लिखा, 'बाबुल दा, आप और आपके गुरु (बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष) कितना पढ़े हैं, जो गाय में से सोना निकालते हैं.' कोलकाता: केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो (Babul Supriyo) के एक फेसबुक कमेंट पर विवाद हो गया है. 19 साल के मुस्लिम छात्र ने उनपर गंभीर आरोप लगाए हैं. छात्र की मांग है कि केंद्रीय मंत्री अपनी टिप्पणी के लिए देशवासियों से माफी मांगें. मामले के तूल पकड़ने के बाद बाबुल सुप्रियो सामने आए और उन्होंने माफी मांगने से साफ इंकार कर दिया. दरअसल सुप्रियो ने फेसबुक पर जाधवपुर यूनिवर्सिटी की उस गोल्ड मेडलिस्ट छात्रा की आलोचना करते हुए एक पोस्ट की थी, जिसने वार्षिक दीक्षांत समारोह में नागरिकता कानून (Citizenship Amendment Act) का विरोध करते हुए एक्ट की कॉपी फाड़ दी थी. केंद्रीय मंत्री ने अपनी पोस्ट में छात्रा की शैक्षणिक योग्यता पर सवाल उठाए थे. पश्चिम बंगाल के बीरभूम के रहने वाले छात्र मुस्ताफिजुर रहमान ने बाबुल सुप्रियो की पोस्ट पर कमेंट किया. रहमान ने लिखा, 'बाबुल दा, आप और आपके गुरु (बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष) कितना पढ़े हैं, जो गाय में से सोना निकालते हैं.' रहमान को जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री ने बांग्ला में लिखा, 'मुस्ताफिजुर रहमान पहले मैं तुम्हें तुम्हारे देश भेज दूं और फिर पोस्टकार्ड के जरिए इसका जवाब दूंगा.' इसके बाद मुस्ताफिजुर रहमान ने एक वीडियो जारी किया और बताया कि उसे मुस्लिम होने की वजह से टारगेट किया जा रहा है. उसने कहा, 'मैं भारत का नागरिक हूं. बाबुल सुप्रियो केंद्रीय मंत्री हैं. वह इस तरह का बयान कैसे दे सकते हैं. हमने उन्हें चुना है. भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है. अलग-अलग धर्मों के लोग यहां रहते हैं. आप एक मंत्री हो. आपको अपने बयान के लिए देशवासियों से माफी मांगनी चाहिए.' विवाद बढ़ने पर बाबुल सुप्रियो ने कहा, 'वो (मुस्ताफिजुर रहमान) मुझे कुछ भी कह सकता है जो वो चाहता है. बेवकूफ लोग मेरे कमेंट को नहीं समझ पाएंगे. उसका हिंदुओं या मुस्लिमों से कुछ लेना-देना नहीं है. मुझे बेवकूफों से माफी मांगने की कोई जरूरत नहीं है.' पश्चिम बंगाल के एक स्थानीय संगठन 'जातीय बांग्ला सम्मेलन' ने इस मुद्दे पर कहा कि वह केंद्रीय मंत्री के इस कमेंट के मामले को राज्यपाल जगदीप धनकड़ के सामने रखेंगे. Comments
Comments
Post a Comment