शत्रुघ्न सिन्हा ने राफेल डील पर उठाए सवाल, बोले 'खामोश' क्यों हैं पीएम मोदी

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के सासंद शत्रुघ्न सिन्हा ने राफेल डील को लेकर सवाल किए हैं और कांग्रेस के कंधे पर बंदूक रखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. शत्रुघ्न सिन्हा ने एक ट्वीट करके कहा कि कांग्रेस नेता आरएस सुरजेवाला ने राफेल डील को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं और उनके आरोपों में दिए गए तथ्य तार्किक लगते हैं. उन्होंने कहा कि इस कारण प्रधानमंत्री को जल्द से जल्द जवाब देकर स्थिति साफ करनी चाहिए.

शत्रुघ्न सिन्हा ने ट्वीट में लिखा, 'सर (पीएम मोदी) हम इस मुश्किल और चिंताजनक स्थिति का मुकाबला करने के लिए अपने दिशानिर्देश और उत्तर का इंतजार कर रहे हैं. हमेशा की तरह आपके 'खामोश' रहने से समस्या के समाधान में मदद नहीं मिलेगी. सुरजेवाला ने यह भी आरोप लगाया है कि हमारे कुछ ईमानदार ब्यूरोक्रेट्स संवेदनशील दस्तावेजों, फाइलों, कागजातों को आगे लीक कर रहे हैं.'






















Shatrughan Sinha @ShatruganSinha





https://youtu.be/IgIn4qzX9Iw @rssurjewala made fresh attacks substantiating every claim over the Defence deal. He was well researched & rehearsed-an orator par excellence. He spoke with great oratory skills & his defense with logic speak volumes of his confidence & comfort level...1>2





















Shatrughan Sinha @ShatruganSinha







Sir,back home we are waiting for directions & answers from you, to cope with this difficult & awkward situation. Your being 'Khamosh' as usual will not help solve the problem. I suppose Surjewala has also given the impression alleging that some of our own & honest bureaucrats.2>3








सिन्हा कहा कि क्या हम अपने लोगों और देश पर पकड़ खो रहे हैं? उन्होंने कहा कि ये आरोप वजनदार हैं और इनके जवाब तुरंत देने चाहिए. सिन्हा ने कांग्रेस के आरोपों की तारीफ करते हुए कहा कि कांग्रेस ने अत्यंत स्पष्टता, तथ्यों और भरोसे साथ आरोप लगाए हैं.

सुरजेवाला ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि 60,145 करोड़ रु. की राफेल डील ने साबित कर दिया कि 'कल्चर ऑफ क्रोनी कैपिटलिज़्म' यानि 3C मोदी सरकार का डीएनए बन गया है. उन्होंने कहा कि इस डील में भ्रष्टाचार उसी समय उजागर हो गया जब इससे सरकारी कंपनी एचएएल को दरकिनार कर दिया गया और ये कॉन्ट्रैक्ट एक ऐसी कंपनी को दे दिया गया, जिसे इस क्षेत्र का कोई अनुभव नहीं था.

शत्रुध्न सिन्हा पहले भी अपनी पार्टी के खिलाफ बागी तेवर दिखाते रहे हैं और अपने बयानों से पार्टी के लिए परेशानियां खड़ी करते हैं. हालांकि बीते दिनों लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान उन्होंने बीजेपी के व्हिप के चलते अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ मतदान किया था.

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